Diwali 2021:दीपावली पूजन की विधि और सामग्री

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Diwali 2021:दीपावली पूजन की विधि और सामग्री

 

Astrosiddhi Team की तरफ से दीपावली की ढ़ेर सारी शुभकामनायें ईश्वर आपके जीवन मे खुशियों का दीपों का यह त्यौहार हमेशा बनाएँ रखें।
निवास स्थान पर पूजा के लिए विशेष महत्वपूर्ण बातें
दीपवाली पूजा करने का स्थान और पूजा करते हुये मुख की दिशा तथा पूजा सामाग्री नीचे दी गई है

  1. रुपये-पैसे आर्थिक सुरक्षा और समृद्धि को आकर्षित करने तथा उनकी सुरक्षा के लिए दक्षिण-पूर्व दिशा मे पूर्व की और मुख करके पूजा करें।
  2. मूर्तियों को गहरे संतरी रंग के कपड़े पर रखें। (लाल रंग भी ले सकते हैं)
  3. माता लक्ष्मी जी और भगवान गणेश जी के कपड़े संतरी लाल रंग के ही होने चाहिए।
  4. घर की दक्षिण दिशा मे लाल रंग की मोमबत्ती जलायेँ, लाल दिया, और लाल रंग की रंगोली बनाएँ।
  5. घर के west-south-west (पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम ) मे नंदी की मूर्ति रखें, नंदी का मुंह घर के केंद्र अर्थात centre की तरफ होना चाहिए।

और अब कार्य स्थान पर पूजा के लिए विशेष महत्वपूर्ण बातें

  1. मूर्तियों को गहरे संतरी रंग के कपड़े पर रखें। (लाल रंग भी ले सकते हैं)
  2. माता लक्ष्मी जी और भगवान गणेश जी के कपड़े संतरी लाल रंग के ही होने चाहिए।
  3. घर की दक्षिण दिशा मे लाल रंग की मोमबत्ती जलायेँ, लाल दिया, और लाल रंग की रंगोली बनाएँ।
  4. घर के west-south-west (पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम ) मे नंदी की मूर्ति रखें, नंदी का मुंह घर के केंद्र अर्थात centre की तरफ होना चाहिए।
  5. पश्चिम दिशा मे उल्लू की मूर्ति को रखें , उल्लू का मुंह घर के केंद्र अर्थात centre की तरफ होना चाहिए।
    लक्ष्मी पूजा के लिए स्थान कहाँ बनाएँ-
    नोट- आपने अपने घर, ऑफिस, फेंक्ट्री मे जहां भी मंदिर बनाया है उसको ना हटाएँ।
    लक्ष्मी पूजन के लिए साउथ-ईस्ट(दक्षिण-पूर्व अर्थात आग्नेय कोण) मे मंदिर बनाएँ और उसमे नीचे दी गई विधि से मंदिर को स्थापित करें, आप उत्तर दिशा, नॉर्थ-ईस्ट दिशा मे भी मंदिर बना सकते हैं।

    यदि आप साउथ-ईस्ट(दक्षिण-पूर्व अर्थात आग्नेय कोण) मे मंदिर बनाएँ मूर्ति का मुख पश्चिम दिशा मे हो, और आप जब पूजा कर रहे हों तो आपका मुख पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए। जिससे वित्तीय संबंधी पूर्ण सुरक्षा रहे, और पैसा और ताकत कमाने का जस्बा बना रहे।

दीपावली 2021 शुभ मुहूर्त दीपावली 04 नवंबर 2021, दिन गुरूवार को है। लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 06:10 बजे से रात्रि 08:06 बजे तक पूजा की अवधि 01 घंटा 54 मिनट प्रदोष काल मुहूर्त शाम 05:34 बजे से रात्रि 08:10 बजे तक अमावस्या तिथि प्रारंभ 04 नवबंर 2021, सुबह 06:03 बजे से अमावस्या तिथि समाप्त 05 नवबंर 2021, 02:44 बजे
 

जानिए इस दीपावली लक्ष्मी पूजन कैसे करें। Diwali 2021
• सबसे पहले नहाकर सम्पूर्ण स्वच्छ होकर नए वस्त्र धारण करें।
• पहले नीचे दी गई लिस्ट के अनुसार पूजा की सारी सामग्री इकठ्ठा कर लें।
• आप आसन लगाकर बैठ जाएं और ध्यान रखे कि आसन ऊनी हो, तो बहुत अच्छा होगा अन्यथा आप अपनी इच्छा अनुसार ले सकते हैं।
• सबसे पहले पूजा की चौकी पर लाल कपडा बिछाये।
• अगर धातु की मूर्ति है तो पंचामृत से स्नान करवाकर जल से स्नान करवाएं ,अगर मिट्टी की मूर्ति हो तो पंचामृत और जल का छीटा लगाएं ।
• आसन पर भगवान गणेश, माँ लक्ष्मी जी की मूर्ति को स्थापित करें, धयान रखें कि माँ लक्ष्मी जी की मूर्ति गणेश जी के दायी ओर हो।
• आसन के दायी ओर घी का दीपक प्रज्वलित करें और धूप-दीप करें ।
• भगवान को वस्त्र पहनाएं, अगर वस्त्र न लाएं हो तो मौली के 2 धागे स्वरूप वस्त्र अर्पित करें।
• ध्यान रहे कि पहले गणेश जी को उसके बाद माँ लक्ष्मी और उसके बाद माँ सरस्वती जी को तिलक लगाएं, और तिलक हमेशा अनामिका उंगली से ही लगाएं ।
• सिर्फ माँ लक्ष्मी जी को इत्र लगाएं और पहले गणेश जी को उसके बाद माँ लक्ष्मी और उसके बाद माँ सरस्वती जी को फूल माला चढ़ायें ।
• भगवान गणेश जी, माँ लक्ष्मी, माँ सरस्वती जी के साथ भगवान कुबेर जी का भी पूजन करें , और साथ-साथ अपने इष्ट देवता का भी पूजन करें, और अपने पित्रों पूर्वजों को भी आज के दिन याद करके दीया उनके नाम पर भी निकाला जाता है, जिससे आप हर वर्ष हर त्यौहार मना सकें।
• अनपूर्णा स्तोत्र व श्री सूक्त का पाठ करें, और प्रयास करें की पूजा के समय मन एकाग्र हो।
• आज के दिन किसी भी हालत में गुस्सा न करें, और दूसरो में कमियां न निकालें, और अपने मन को शांत रखें।
• भोग लगाने के लिए चावल कि खीर जरूर बनाकर भगवान गणेश, माँ लक्ष्मी जी को चढ़ायें ।
• अब आरती करें में कोई भी भूल चूक के लिए माफ़ी अवश्य मांगे।

Diwali 2021
पूजा सामाग्री ऑफिस, फेंक्ट्री और निवास के लिए
लकड़ी की चौकी
रोली-1
मोली-1
चावल साबुत
पानी वाला नारियल- 1
संतरी या लाल रंग का सवा मीटर कपड़ा-1
आम के पत्ते
साबुत धनिया (गोल वाला मसाले वाला)
फूल और माला
जनेऊ-2
फल 5 तरह के शरीफा और अनार जरूर लें
पान के पत्ते- 7
सुपारी- 9
लॉन्ग और इलायची- इच्छा अनुसार
मिठाई प्रसाद- इच्छा अनुसार
खील बतासे- इच्छा अनुसार
कमल गट्टा- 5
हल्दी की गांठें- 5
इत्र- 1
दिये छोटे और बड़े- इच्छा अनुसार
पंचामतृ- इच्छा अनुसार

Diwali 2021
गाय का घी- इच्छा अनुसार
तेल का तेल (सरसों का तेल भी ले सकते हैं)
पंचमेवा- इच्छा अनुसार
कपूर शुद्ध- इच्छा अनुसार
रुई बाती- इच्छा अनुसार
धूपबत्ती- इच्छा अनुसार
कमल फूल – इच्छा अनुसार

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